महाराष्ट्र के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। मशहूर कंपनी Oswal Pumps ने बुधवार को घोषणा की है कि उसे महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) से ₹442 करोड़ का ऑर्डर मिला है। इस ऑर्डर के तहत कंपनी राज्यभर के किसानों के लिए 14,787 सोलर वाटर पंपिंग सिस्टम लगाएगी। खास बात यह है कि ये पंप ऑफ-ग्रिड डायरेक्ट करंट सिस्टम होंगे, जो किसानों को बिजली कटौती या डीजल के खर्च से पूरी तरह मुक्त करेंगे। कंपनी सिर्फ सप्लाई ही नहीं बल्कि इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग और कमीशनिंग की जिम्मेदारी भी संभालेगी।

PM Kusum B योजना के तहत बंपर ऑर्डर
Oswal Pumps को यह ऑर्डर PM Kusum B Scheme यानी Magel Tyala Saur Krushi Pump Yojana के तहत मिला है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी देते हुए कहा कि यह एक साल के लिए वैध लेटर ऑफ अवॉर्ड है, जिसमें वर्क ऑर्डर या जरूरी मंजूरी मिलने के 60 दिन के अंदर इंस्टॉलेशन पूरा करना होगा। किसानों के लिए यह योजना बेहद फायदेमंद है क्योंकि इसमें सरकार भारी सब्सिडी देती है, जिससे उन्हें कम खर्च में सोलर पंप मिल जाता है।
PM Kusum योजना का मकसद और फायदा
प्रধানमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) योजना 2019 में लॉन्च हुई थी। इसका लक्ष्य 30,800 मेगावाट सोलर क्षमता जोड़ना था, जिसके लिए केंद्र सरकार ने ₹34,422 करोड़ का बजट तय किया था। बाद में कोविड-19 महामारी के चलते इसे मार्च 2026 तक बढ़ा दिया गया। योजना के तीन मुख्य हिस्से हैं –
- कंपोनेंट A: छोटे पावर प्लांट लगाकर 10,000 मेगावाट क्षमता बढ़ाना
- कंपोनेंट B: 14 लाख स्टैंडअलोन सोलर पंप लगाना
- कंपोनेंट C: 35 लाख ग्रिड-कनेक्टेड पंप का सोलराइजेशन करना
इस योजना से किसानों को डीजल पंप का खर्च बचता है, बिजली की निर्भरता घटती है और खेती में सिंचाई की सुविधा बिना रुकावट मिलती है। महाराष्ट्र में 14,787 पंप लगने से हजारों किसानों को सीधा फायदा होगा और राज्य में सोलर एनर्जी का इस्तेमाल भी तेजी से बढ़ेगा।
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